ऐसा माना जाता है की दुर्गा अष्टमी
दुष्ट भैंस राक्षस महिषासुर पर देवी दुर्गा की जीत का जश्न के उपलक्ष में मनाया जाता
है। किंवदंती है कि भगवान ब्रह्मा द्वारा दिए गए एक वरदान के कारण, महिषासुर को केवल
एक महिला योद्धा ही पराजित कर सकती थी। जब भगवान इंद्र को युद्ध के मैदान में परास्त
किया गया था व पवित्र त्रिमूर्ति, ब्रह्मा, विष्णु और शिव जी ने दुर्गा की रचना की
और उनके शरीर के प्रत्येक भाग को विभिन्न पुरुष देवताओं की ऊर्जाओं की शक्ति प्रदान
की। इसी दिन दुर्गा अष्टमी के रोज उन्होंने अपने त्रिशूल से महिषासुर को हराने के लिए
अपनी ताकत का प्रतीक हथियारों का इस्तेमाल किया था।
दुर्गा अष्टमी 2021 की तिथि व विधि
दुर्गा अष्टमी,
हिंदू कैलेंडर के पंचांग अनुसार कहा गया है कि इस वर्ष दुर्गा अष्टमी तिथि का समय
13 अक्टूबर, 2021 को दोपहर बाद 20:10 बजे तक रहेगी।
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