- तांबे के बर्तन में रात भर रखा पानी रोज सुबह पिएं या दिन में सादा पानी घूंट-घूंट पीते रहें।
- सुबह सोते उठते ही मुंह व बालों को हल्का गीला रखकर सूरज के सामने जाएं। यदि जल्दी उठते हों या मौसम के कारण सूर्य न दिखता हो तब भी पूर्व की ओर मुंह करके खड़े होकर गायत्री मन्त्र का 10 या 28 बार जप करें अथवा 108 बार सिर्फ ॐ नाम जपें या अपनी आस्था विश्वास धर्म के अनुसार कोई मन्त्र जपें।
- नहाने धोने के बाद सूरज को जल से अर्घ्य दें। जल में रोली, चन्दन, चावल के दाने डालने से शुभ प्रभाव और बढ़ता है। सूर्य की धूप घर में आने का प्रबन्ध करें। धूप का सेवन करें।
- रात में सोते समय बिस्तर पर लेटे हुए ही फिर से सुबह वाले मन्त्र को उतनी ही बार जपें, जितनी बार सुबह सूरज के सामने जपा था। ऐसा रोज करें। अपने माता पिता, गुरु और बुजुर्गों का आदर सत्कार करें। उनके मन को ठेस पहुंचाने से बचें।
- घर में गंगाजल या कोई भी कुदरती जलस्रोत का जल सहेज कर रखें।
- संक्रान्ति, अमावस्या, पूर्णिमा, दोनों अष्टमी, ऐन सुबह शाम, कटु भाषण, गर्म मिज़ाजी, कलह, देर तक सोना, देर से नहाना और सम्भोग का निषेध करें।
- जहां तक हो सके दिन के वक्त स्त्री संग से बचें। इन उपायों को करने से सूर्य के सब कुप्रभाव कमजोर होंगे और शुभ फल बढ़ेंगे। ध्यान रखें, सूर्य के उपाय करने से बाकी ग्रहों के उपायों की भी ताकत बढ़ती है। ये उपाय सब उपायों की नींव हैं। सब ग्रहों पर यह नियम बराबर लागू होगा। अतः किसी भी ग्रह का उपाय करें, सूर्य के साधारण उपाय जरूर साथ में शामिल करें तभी आप को उपाय का ज्यादसे ज्यादा लाभ प्राप्त होगा।
- जैसा सम्भव हो और आपका मन करे तदनुसार नारियल गिरी, बादाम, गेहूं का दलिया, सूजी, मसूर की लाल दाल, गुड़, पीली शक्कर, देसी खांड, देसी घी, गर्म मसाला सप्ताह में एक दो बार किसी न किसी तरह खाएं, खिलाएं, बांटे, दान करें।
- किसी भी तरह का दान लेने से परहेज करें।
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धन्यवाद जी
ReplyDelete1992 july 11 04:15am Ulaanbaatar
ReplyDeletePlease send your question with birth place district, State and country also so that correct reply may be sent. Thanks for contact us.
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