- फिर इनमें से किसी एक को बोलकर प्रणाम करें और ऐसा दिन में कई बार कर सकते हैं।1. या देवी सर्वभूतेषु भ्रान्तिरूपेण संस्थिता । नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।। 12. बुद्धिहीन तनु जानिक सुमिरौं पवनकुमार। बल बुद्धि विद्या देहु मम हरहु कलेस विकार ।। 3. ॐ घृणिः सूर्य आदित्यः । 4. मा निषाद प्रतिष्ठां त्वमगमः शाश्वतीः समाः । यत्क्राँचमिथुनादेकमवधीः काममोहितम् ।। पानी पीते समय गिलास के पानी को मुंह के पास ले जाकर ॐ हंस हंसः । को बीस बार जप कर पानी पिएं।
- रात में सोने से पहले बबूल, मिसवाक या नमक वाले टूथपेस्ट से ब्रश करें। सप्ताह में कम से कम एक बार पालक, मूली, बथुआ, मेथी, चौलाई आदि पत्तेदार सब्जी लें। हरो सौंफ छोटी इलायची और मिश्री का सेवन करें।
घर में सुख शान्ति के लिए
- घर की कर्ताधर्ता महिला रविवार, मंगलवार शनिवार को सुन्दर काण्ड का पाठ करे।
- पीछे बताए गए बरकत वाले उपायों का पालन करें।
- रसोई में खड़े होकर या खाना बनाते परोसते खाते समय कटु तीखा और . उलाहना भरा वाक्य न बोलें।
- गंगाजल या तीर्थजल में चांदी का सिक्का आदि डालकर शयनकक्ष में टांड पड़छत्ती आदि में रखें।
- सुबह शाम घर में धूप दीप और कपूर जलाएं और इन मंगल श्लोकों का पाठ करें श्री गणेशाय नमः सुमुखश्चैकदन्तश्च कपिलो गजकर्णकः । लम्बोदरश्च विकटो विघ्ननाशो विनायकः ।।धूम्रकेतुः गणाध्यक्षो भालचन्द्रो गजाननः ।। मंगलं भगवान् विष्णुमंगलं गरुडध्वजः। मंगलं पुण्डरीकाक्षो मंगलायतनं हरिः ।। • सर्वमंगलमांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके । शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोस्तु ते ।। सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः । सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत् ।। मातरं पितरं वन्दे तथा विद्याप्रदं गुरुम् । कुलदेवीं च चन्द्राक ब्रह्मविष्णुमहेश्वरान् ।।
- शयनकक्ष में सदा खुशबूदार मोमबत्ती, कपूर स्वाभाविक खुशबू वाला स्प्रे प्रयोग करें।
- कमरों में पोदीने की टहनियां ट्यूबलाइट या बल्ब के पास टांग दें । सोने के कमरे में दर्पण सदा ऐसे रखें जिससे लेटे व्यक्ति का प्रतिबिम्ब न दिखे। बीम के नीचे सोना अशुभ है।
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